Uric Acid Control / यूरिक एसिड कारण, लक्ष्ण व घऱेलू उपचार
आजकल जोड़ों में दर्द की समस्या एक आम समस्या हो गई है। जिसका एक कारण बड़ा हुआ Uric Acid भी है। हम जो भी भोजन करते हैं उसके द्वारा यूरिक एसिड बनता है। इसके अलावा शरीर में कोशिकाएं बनती बिगड़ती रहती हैं। यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा भी यूरिक एसिड बनता हैं। इस लेख में हम Uric Acid Control/ यूरिक एसिड के कारण, लक्ष्ण व घऱेलू उपचार करके कैसे इसे ठीक किया जा सकता है इसके बारे में जानेंगे।
Uric Acid —
प्रायः यह यूरिक एसिड, किडनी द्वारा यूरिन के माध्यम से शरीर से बाहर निकाल दिया जाता है। लेकिन यूरिक एसिड अधिक मात्रा में बनने से किडनी इसे रक्त से हटा नहीं पाती है। फलस्वरूप रक्त में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है। इस बढ़े हुए यूरिक एसिड के स्तर को हाइपर यूरिसीमिया(Hyperuricemia) कहा जाता है।
जोड़ो का दर्द
Effect (यूरिक एसिड का प्रभाव)
बढे हुए यूरिक एसिड से कई रोगों के होने का खतरा उत्पन्न हो जाता है जैसे-गाउट जो कि अर्थराइटिस का एक दर्दनाक रूप है। जिससे जोड़ों में दर्द व सूजन हो जाती है। इसके अलावा ह्रदय रोग, शुगर व किडनी के रोग भी हो सकते हैं। रक्त में यूरिक एसिड बढ़ने से यह जोड़ों में ठोस क्रिस्टल के रूप में एकत्रित हो जाता है। जो कि धीरे-धीरे दर्द की समस्या उत्पन्न कर देता है। यदि इसका समय रहते इलाज न किया जाए तो यह गाउट में बदल जाता है।
Uric Acid Normal Range(यूरिक एसिड सामान्य मात्रा)
यूरिक एसिड महिलाओं में 216-6.0 mg जबकि पुरुषों में 3.4-7.0 mg होना सामान्य माना जाता है।
Causes Of Uric Acid(यूरिक एसिड बनने के कारण)
रक्त में यूरिक एसिड बनने के अनेक कारण हो सकते हैं।
आहार का सही न होना :
जंक फ़ूड का सेवन अधिक मात्रा में करना भी यूरिक एसिड बढ़ने का एक कारण है। ऐसे आहार का अधिक सेवन करना जिसमें प्यूरिन (purin) की मात्रा अधिक होती है जैसे-मीट, सी फ़ूड, मछली, मटर, मशरूम आदि।
शरीर में आयरन की अधिकता- Uric Acid
शरीर में यदि आयरन की मात्रा अधिक है, तब भी यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर :
यूरिक एसिड के बढ़ने का एक कारण हाई ब्लड प्रेशर भी है।
आनुवंशिकता- यूरिक एसिड
यदि आप के परिवार में किसी को भी यूरिक एसिड की समस्या रही है। तो काफी हद तक यह संभावना रहती है, कि यह समस्या आप को भी हो सकती है।
थाइरॉयड :
थाइराइड की समस्या होने पर चाहे वह हाइपोथायरॉइडिस्म (कम) या हाइपर थाइरॉइडिस्म (ज़्यादा), यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है।
मोटापा
मोटापा – Uric Acid
मोटापा तो सभी बीमारियों की जड़ होता है। इसके कारण भी यूरिक एसिड का स्तर बढ़ जाता है।
किडनी में खराबी :
यदि किडनी खराब है तब भी यूरिक एसिड बढ़ता है। क्योंकि किडनी हमारे शरीर के विषाक्त पदार्थों को बहार निकालती है।
अलकोहल का सेवन – Uric Acid
अधिक मात्रा में शराब का सेवन करना भी यूरिक एसिड बढ़ने का प्रमुख कारण है।
अधिक शक्कर युक्त (Fructose) पदार्थ का सेवन :
कुछ आहार या फलों में पाई जाने वाली प्राकृतिक शक्कर (fructose) की मात्रा अधिक लेना भी यूरिक एसिड बढ़ने का कारण है।
कुछ दवाएं – Uric Acid
ह्रदय रोग सम्बंधित दवाओं का सेवन प्रायः लम्बे समय तक किया जाता है। इन दवाओं के साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। जिनमे यूरिक एसिड का बढ़ना उनमे से एक है।
Symptoms Of Increased Uric Acid(यूरिक एसिड बढ़ने के लक्ष्ण)
शरीर में यदि लगातार यूरिक एसिड का स्तर बढ़ रहा है, तो यह अनेक बीमारियों के होने का कारण बन जाता है।
गठिया (Gout) :
लगातार बढ़ा हुआ यूरिक एसिड गठिया रोग होने का एक कारण बन सकता है। क्योंकि यह यूरिक एसिड, क्रिस्टल के रूप में जोड़ों में जमा हो जाता है। जिससे जोड़ों में दर्द व सूजन की समस्या हो जाती है।
गुर्दे :
यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से गुर्दे (Kidney) की विभिन्न समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। पथरी होने का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा यूरिन करने में परेशानी की समस्या हो सकती है।
ह्रदय रोग :
बढ़ा हुआ यूरिक एसिड ह्रदय को भी प्रभावित करता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो जाती है।
ब्लड शुगर :
यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर में शुगर लेवल बढ़ जाता है।
पैर दर्द
दर्द :
जोड़ों में दर्द, पैरों की एड़ियों में दर्द होना, हाथ पैर की उँगलियों और अंगूठे में तेज दर्द के लक्ष्ण दिखाई देना यह सभी बढ़े हुए यूरिक एसिड के लक्ष्ण हैं।
What to Eat/Not To Eat In Increased Uric Acid (क्या खाएं और क्या न खाएं)
अंडा :
अंडा खाना बढे यूरिक एसिड में लाभदायक होता है।
लो फैट डेरी प्रोडक्ट :
बढे हुए यूरिक एसिड में कम वसा के दुग्ध पदार्थ जैसे-दही, पनीर, दूध लेना फायदेमंद होता है।
अनाज :
साबुत अनाज खाना जैसे जौ, ब्राउन राइस, एवं ओट्स आदि बहुत लाभ पहुंचाते हैं।
हाई प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ न खाएं :
ऐसे खाद्य पदार्थ जिनमें प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है जैसे-सोयाबीन, सेम की फलियां, राजमा, मटर, मशरूम, बीन्स आदि का सेवन करने से परहेज करें।
मीट व सी फ़ूड से परहेज :
किसी भी प्रकार का मीट, मछलियां व सी फ़ूड नहीं खाना चाहिए। यह हाई प्यूरीन (Purine) वाले पदार्थ होते हैं। जो यूरिक एसिड को बढ़ा देते हैं।
फल :
फलों में चेरी खाना बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा विटामिन सी युक्त फल जैसे संतरा, नींबू, अनन्नास, बेल, स्ट्रॉबेरी, एवोकैडो तथा टमाटर आदि खाना लाभदायक रहता है। जबकि हाई फ्रक्टोज़ वाले खाद्य पदार्थ जैसे आइसक्रीम व शहद आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
सूखे मेवे :
यूरिक एसिड वाले मरीज़ों को सूखे मेवे खिलाने चाहिए जैसे काजू, बादाम इत्यादि।
ग्रीन टी
पेय पदार्थ :
इसका स्तर बढ़ने पर शुगर युक्त पेय पदार्थ जैसे-कोल्ड ड्रिंक्स व डब्बा बंद पदार्थ जिनमें शुगर ज़्यादा होती है नहीं पीना चाहिए। इसकी जगह कॉफ़ी, ग्रीन टी, चाय आदि पी सकते हैं।
मादक पेय पदार्थों से परहेज़ :
अलकोहल, बियर व अन्य किसी भी प्रकार के मादक पेय पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
खमीर युक्त खाद्य पदार्थों से परहेज़ :
ब्रेड, पिज़्ज़ा आदि वह सभी खाद्य पदार्थ जिनमें खमीर का प्रयोग होता है यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ाते हैं।
How To Cure Uric Acid With Home Remedies (घऱेलू उपचार से ठीक करें)
प्याज द्वारा
प्याज में बहुत सारे ऐसे तत्व होते हैं जैसे पोटेशियम, सेलेनियम, विटामिन B1 , B2 व विटामिन सी, कैल्शियम आदि। जो हमारे शरीर के बढे हुए यूरिक एसिड के लेवल को कम करती है।
नारियल पानी
नारियल पानी
इसमें बहुत से मिनरल्स और विटामिन्स पाए जाते हैं। यह क्षारीय प्रवृत्ति का पेय है। प्रतिदन नारियल पानी के सेवन से यूरिक एसिड के स्तर को कम किया जा सकता है।
बेकिंग सोडा
बेकिंग सोडा क्षारीय होता है अतः यूरिक एसिड को कम करने में यह अति लाभदायक है। आधा चम्मच बेकिंग सोडा एक गिलास पानी में मिला कर प्रतिदिन, तीन से चार हफ़्तों तक लेने से लाभ मिलता है।
निम्बू द्वारा
निम्बू विटामिन सी का एक प्रमुख स्त्रोत है। प्रतिदिन निम्बू पानी का सेवन करने से भी यूरिक एसिड को नियंत्रित किया जा सकता है।
निम्बू पानी
एप्पल साइडर विनेगर द्वारा
सेब का सिरका पेट व शरीर क लिए बहुत लाभदायक है। प्रतिदिन दिन में 2 बार इसके सेवन से भी यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है।
अलसी द्वारा – यूरिक एसिड
अलसी में ओमेगा 3 फैटी एसिड तथा अनेक विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन एवं फाइबर पाए जाते हैं। प्रतिदिन इसके सेवन से यूरिक एसिड का स्तर नियंत्रित किया जा सकता है।
अजवाइन द्वारा – यूरिक एसिड
अजवाइन पेट, गैस व अन्य विकारों के लिए अत्यंत लाभदायक होती है। प्रतिदिन इसका सेवन करने से भी यूरिक एसिड कि समस्या दूर हो सकती है।
आंवला – यूरिक एसिड
आंवला विटामिन सी का एक महत्वपूर्ण स्त्रोत है। नियमित आंवला खाने से भी यूरिक एसिड को नियंत्रित कर सकते हैं। आंवला कच्चा ज़्यादा लाभदायक होता है लेकिन हम इसको जूस व चूर्ण के रूप में भी ले सकते हैं।
अश्वगंधा – यूरिक एसिड
अश्वगंधा भी अत्यधिक गुणकारी होता है। यह बहुत सी बीमारियों को ठीक करने में काम आता है। इसके एक चम्मच प्रतिदिन सेवन से भी यूरिक एसिड को कम किया जा सकता है।
ऑलिव आयल – यूरिक एसिड
यह विटामिन इ का एक बहुत महत्वपूर्ण स्त्रोत है। इसमें पकाया हुआ भोजन हमें अनेक बीमारियों से बचाता है। इसमें पके हुए भोजन का सेवन करने से यूरिक एसिड एवं जोड़ों की समस्या में लाभ मिलता है।
निष्कर्ष :
इस प्रकार यह कह सकते हैं कि यूरिक एसिड का बढ़ना कोई बीमारी नहीं है, परन्तु यह बहुत सी बीमारियों का कारण बन सकता है। अतः समय रहते हमें चाहिए कि हम अपने खान पान और लाइफ स्टाइल में सुधार करें। नियमित व्यायाम, संतुलित भोजन, एवं बाहर के खाने से परहेज करना ही स्वस्थ्य जीवन की कुंजी है।
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