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Insulin Plant – डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी पौधा


प्रकृति ने हमें उपहार स्वरुप अनेक जड़ी-बूटियां, फल, फूल एवं पौधे दिए हैं, जिनका हमारे जीवन में बहुत बड़ा चिकित्सीय महत्व है। आज उसी श्रेणी में बात करेंगे Insulin Plant की, जो डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत ही लाभकारी पौधा है। डायबिटीज एक ऐसा रोग है जो हमारे इम्यून सिस्टम को दिन प्रतिदिन कमज़ोर बना देता है। जिसके फलस्वरूप अन्य रोग स्वतः ही शरीर में प्रवेश कर जाते है। लेकिन हम भोजन, व्यायाम और सुचारु रूप से उपचार के माध्यम से इस रोग को नियंत्रित कर सकते हैं। इन्सुलिन का पौधा डायबिटीज के लिए बहुत ही लाभकारी है।

Insulin Plant

इन्सुलिन प्लांट

Insulin Plant :

इन्सुलिन प्लांट का वैज्ञानिक नाम Chamaecostus Cuspidatus  है। इसके अलावा अन्य नाम Fiery Costus , Spiral flag , Step ladder तथा Insulin Plant है। यह जिंजर फैमिली का पौधा है। 

भारत में कहाँ उगाया जाता है ?

यह मूल रूप से दक्षिण और मध्य अमेरिका में तथा ट्रॉपिकल क्षेत्रों अर्थात उष्ण कटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। यह  भारत में यह मुख्य रूप से दक्षिण भारत में पाया जाता है। क्योंकि यह औषधीय गुणों से भरपूर है अतः अब इसका उत्पादन कश्मीर और हिमाचल में भी किया जाता है। यहाँ इसको क्रेप, अदरक, केमुक, कीकंद, कुमुल, पकरमुला तथा पुष्करमुला भी कहते हैं। लेकिन औषधीय गुणों को देखते हुए आजकल लोग इसे घरों में भी उगा रहें हैं। 

Insulin Plant and its Flower

इन्सुलिन का पौधा एवं फूल

Insulin Plant किस प्रकार का होता है ?

इन्सुलिन का पौधा 2-3 फ़ीट तक की ऊंचाई का होता है। इसमें चौड़ी हरी पत्तियां जो कि लाल- भूरे रंग के तने पर स्पाइरल रूप में लगी रहती हैं। पत्तियों की लम्बाई लगभग 4 से 7 इंच तक होती है। फूल की बात करें तो नारंगी लाल रंग लिए हुए फूल खिलते हैं जो कि औषधीय गुणों से भरपूर स्वाद में मीठे और पौष्टिक होते हैं। जबकि पत्तियां स्वाद में खट्टी होती हैं

Insulin Plant में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व : 

इन्सुलिन प्लांट में बहुत से पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर में ब्लड ग्लूकोस के स्तर को कम करते हैं। औषधीय गुणों के कारण इस पौधे का बहुत महत्व है। इसकी पत्तियों में प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर्स और विटामिन्स जिनमे विटामिन C( ASCORBIC ACID), आयरन  अल्फा टोकोफ़ेरॉल( ALFA- TOCOPHEROL), PHYTOCHEMICALS  जैसे- टैनिन्स (TANNINS), सैपोनिन्स (SAPONINS) तथा  अल्कॅलॉइड्स (ALKALOIDS), फ्लवोनोइड्स (FLAVONOIDS), बीटा-कैरोटीन(BETA-CAROTENE) आदि पाए जाते हैं।

इसके अलावा सबसे महत्वपूर्ण तत्व टाइटरपेनोइड्स (TITERPENOIDS) जैसे कोरोसोलिक एसिड (COROSOLIC ACID), अल्फा, बीटा ऐमिरिन (ALPHA & BEETA AMYRIN) पाए जाते हैं जो कि रक्त शर्करा को कम करने के गुण (HYPOGLYCAEMIC ) रखते हैं। 

Insulin Plant For Diabetes (इन्सुलिन प्लांट के फायदे डायबिटीज में) 

इन्सुलिन प्लांट की पत्तियों में पाए जाने वाले महत्वपूर्ण तत्व Phytochemicals और Corosolic Acid ब्लड में शुगर के स्तर को नियंत्रित करते हैं। यह रक्त में उपस्थित शुगर को ग्लाइकोजन में बदल देते हैं और मेटाबोलिज्म की प्रक्रिया को बड़ा देते हैं। 

इस प्लांट में इन्सुलिन नहीं पाया जाता है बल्कि इसमें उपस्थित विशिष्ट तत्व जैसे-Corosolic Acid एवं Alpha&Beta Amyrin इन्सुलिन के बनने की प्रक्रिया को बड़ा देते हैं। इन्सुलिन हमारे शरीर में बीटा पैंक्रिअटिक कोशिकाएं बनाती हैं। यह रासायनिक तत्व इन पैंक्रिअटिक कोशिकाओं को सक्रिय कर देते हैं।

इसके अलावा यह शरीर में डायबिटीज द्वारा बड़े हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है।

Insulin Plant (spiral leaves)

इन्सुलिन प्लांट (spiral leaves)

Benefits Of Insulin In Other Diseases (अन्य बीमारियों में फायदे)  

इन्सुलिन प्लांट डायबिटीज के रोगियों के लिए ही नहीं अपितु अन्य रोगों के लिए भी लाभकारी है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों के अलावा अनेक गुण जैसे-एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल एवं एंटी ऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट्स गुण –   

इन्सुलिन की पत्तियों में एंटीऑक्सीडेंट बहुत मात्रा में पाए जाते हैं जो कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाले नुकसान से बचाता है। ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाली बीमारियां जैसे Alzheimer, Heart disease , Brain disorders आदि।

फाइटोकेमिकल्स एवं एंटी बैक्टीरियल गुण –

इसके अलावा खांसी, ज़ुकाम, त्वचा सम्बन्धी, दमा, दस्त, आँखों का संक्रमण, फेफड़ों के रोग में भी इन्सुलिन प्लांट को खाने से बहुत लाभ मिलता है। ऐसा पाया गया है कि यह शरीर में calcium oxalate  को भी बनने से रोकता है जो कि पथरी के बनने का कारण है।     

How To Eat Insulin Plant (इन्सुलिन प्लांट को किस तरह खाएं) 

इन्सुलिन प्लांट की पत्तियों को आप चबाकर भी खा सकते हैं। यह स्वाद में खट्टी होती हैं। आप इसकी 1 से 2 पत्तियां प्रतिदिन एक माह तक खा सकते हैं।

इसके अलावा पत्तियों को छाँव में सुखाकर व पीसकर आप प्रतिदिन 1 चम्मच चूर्ण का सेवन भी कर सकते हैं।

इन्सुलिन प्लांट की 1-2 पत्तियों को आप पानी में उबालकर, जब तक की पानी आधा न रह जाए पकाएं। फिर इस ग्रीन टी का सेवन आप कर सकते हैं। 

Insulin Plant Side Effects (साइड इफेक्ट्स) 

इन्सुलिन प्लांट के बारे में अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं हैं कि इसकी पत्तियों के सेवन से नुकसान होता है। लेकिन साथ में इस बात का भी विशेष ध्यान रखें कि 1-2 पत्तियों से ज्यादा इसका सेवन नहीं करें। क्योंकि हर उपयोगी चीज़ भी एक निश्चित मात्रा में ही लाभ करती है। इसके साथ यह भी जरूरी है कि आप प्रतिदिन अपने ब्लड शुगर के स्तर को मापते रहें।

Best Time To Eat Insulin Plant Leaves (इन्सुलिन प्लांट की पत्तियां किस समय खाएं)   

इन्सुलिन प्लांट की पत्तियों को प्रातः काल लेना बहुत फायदेमंद होता है। शाम को भी आप ग्रीन टी के रूप में भी ले सकते हैं।

Insulin Plant grow in pot

इन्सुलिन प्लांट गमले में

इन्सुलिन प्लांट क्या घर लगा सकते हैं 

इन्सुलिन प्लांट को आप घर में गमले में भी लगा सकते हैं। यह मेडिसिनल ( औषधीय ) प्लांट के साथ ऑर्नामेंटल( सजावटी ) पौधा भी है। बारिश के मौसम में लगाएं तो ज्यादा अच्छा है अन्यथा आप कभी भी लगा सकते हैं। 

Where to Buy Insulin Plant (इन्सुलिन प्लांट कहाँ से लें) 

इन्सुलिन प्लांट आप नर्सरी से खरीद सकते हैं या पौधे बेचने वालों से भी ले सकते हैं। इसके अलावा आप यह पौधा विभिन्न ऑनलाइन साइट्स से भी खरीद सकते हैं जैसे- अमेज़न, इंडिया मार्ट, फ्लिपकार्ट तथा अन्य प्लांट साइट्स के द्वारा खरीद सकते हैं।    

Insulin Plant घर पर लगाने में सावधानियां –

  • इन्सुलिन का पौधा ऐसी मिटटी में लगाना चाहिए जिसमे पानी अधिक देर तक न ठहरे अर्थात चिपचिपी मिट्टी नहीं होनी चाहिए।
  • आप इस पौधे की टहनी की कटिंग करके भी दूसरे गमले में पौधा तैयार कर सकते हैं। कुछ समय तक छाया में रखकर जब नयी पत्तियां निकल आएं तब आप धूप में नए पौधे को रख सकते हैं।
  • इस पौधे के लिए उचित तापमान  30-45 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए।
  • प्रतिदिन 5-6 घंटे की धूप इस पौधे को अवश्य चाहिए।
  • इस पौधे के लिए जैविक उर्वरक सबसे उत्तम है। इसके अलावा आप फॉस्फोरस और पोटैशियम युक्त खाद भी उपयोग कर सकते हैं। जैसे – बोनमील, नीम केक, मस्टर्ड केक, गोबर की खाद आदि।
  • पौधे को कीटों से बचाने के लिए नीम तेल का इस्तेमाल उत्तम होता है।
  • पौधे में उचित मात्रा में पानी देना चाहिए। ज्यादा पानी नहीं देना चाहिए। सर्दियों में विशेषकर इस बात का ध्यान रखना चाहिए।

तो इस प्रकार आप जान ही गए होंगे कि इन्सुलिन प्लांट, डायबिटीज के रोगियों के लिए कितना लाभकारी है। आपको यह जानकारी कैसी लगी कृपया कमेंट अवश्य करें।        

 

 

 

 

 

 

 

  


Kavita Singh

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