Fenugreek | मेथी- डायबिटीज में लाभकारी, फायदे, व उपयोग
भारतीय पारम्परिक उपचार पद्यति में पेड़ पौधे और उनसे प्राप्त जड़ी बूटियाँ का सदियों से विशेष महत्व रहा है। बड़े से बड़े रोग इन जड़ी बूटियों के सेवन से हमारे महर्षि ठीक करते आये हैं। हमारी प्रकृति माँ ने सदैव से ही प्रत्येक रोग को ठीक करने के लिए अनेक गुणकारी पौधे एवं जड़ी बूटियाँ ख़ज़ाने के रूप में हमें वरदान स्वरुप दी हैं। आज हम इनमे से एक लोकप्रिय पौधा Fenugreek / मेथी, जो कि डायबिटीज में लाभकारी है उसके फायदे और उपयोग के बारे में बात करेंगे।
मेथी
Fenugreek Plant मेथी का पौधा :
मेथी का पौधा लगभग 2 से 3 फ़ीट बड़ा होता है। इसकी हरी पत्तियों का साग, सब्ज़ी व पराठे आदि व्यंजनों को बनाने में किया जाता है। मेथी सर्दियों में खूब मिलती है। इसमें सफ़ेद छोटे फूल लगते हैं। फली की बात करें तो इसमें 10-20 बीज पीले रंग के होते हैं, जो स्वाद में कड़वे परन्तु अत्याधिक पौष्टिक होते हैं और विभिन्न रोगों को ठीक करने की क्षमता रखते हैं।
Important Facts- महत्वपूर्ण तथ्य :
लैटिन नाम : Trigonella Foenum Graecum
अंग्रेजी नाम : Fenugreek
संस्कृत नाम : मेथिका
स्वाद : कड़वा
तासीर : गर्म
गुण : हल्का, तैलीय
दोष पर प्रभाव : वात और कफ दोष को कम करता है, पित्त वर्धक
Fenugreek Leaves and Seeds- आयुर्वेदिक गुण :
आयुर्वेद में मेथी को मेद धातु और वजन को कम करने में सहायक माना गया है। मेथी के पत्तों का साग पाचन में सहायक है और उदर वायु से आराम दिलाता है। बुखार के बाद की कमजोरी और ख़राब पाचन में यह पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है।
मेथी में लैग्जेटिव गुण पाए जाते हैं, जो शरीर में जमा टॉक्सिन्स साफ़ करने में मदद करते हैं। मेथी के पत्तों एवं बीज दोनों को आहार में नियमित रूप से शामिल किया जा सकता है।
मेथी का परांठा
Nutritional Elements Of Fenugreek- मेथी के पौष्टिक तत्व :
मेथी पौष्टिक तत्वों से भरी होती है। इसमें आयरन, मैग्नीशियम, मैंगनीज, प्रोटीन, फाइबर, पोटैशियम, जिंक, फोलिक एसिड, फॉस्फोरस, सोडियम, विटामिन बी एवं सी, प्रोटीन आदि पाया जाता है। इसके अलावा मेथी में बहुत से ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल, ब्लड शुगर के स्तर को ठीक रखते हैं, यौन क्षमता को बढ़ाते हैं।
मेथी की खेती :
भारत में मेथी की खेती अधिकतर गुजरात, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली एवं समस्त भारत में होती है। उत्तर भारत में मेथी रबी के मौसम में अक्टूबर से मार्च में जबकि दक्षिण भारत में मानसून के मौसम में इसकी खेती की जाती है।
विश्व की बात की जाए तो भूमध्यसागरीय क्षेत्र, दक्षिणी यूरोप और पश्चिम एशिया के कुछ हिस्सों में मेथी की खेती की जाती है।
आलू मेथी सब्ज़ी
Scientific Research – वैज्ञानिक शोध
अनेक अध्ययनों से पता चला है कि मेथी के बीजों से निकला चिपचिपा पदार्थ और पत्तियां ब्लड ग्लूकोज़ और कोलेस्ट्रॉल को कम करने की क्षमता रखते हैं । मेथी के यह औषधीय गुण मुख्यतः Saponins , 4- hydroxy isoleucine और trigonelline के कारण होते हैं।
How to Consume Fenugreek in Diabetes- डायबिटीज में मेथी का सेवन
आयुर्वेद में मेथी को डायबिटीज नियंत्रित करने के लिए बहुत प्रभावी माना गया है। मेथी को किस प्रकार अपनी डाइट में शामिल करें कि डायबिटीज जैसे रोगों में लाभ मिले।
मेथी दाना
- एक छोटी चम्मच मेथी के दानों को रात भर एक कप पानी में भिगो दें। सुबह इस पानी को दानों सहित खाली पेट सेवन करें।
- एक छोटी चम्मच मेथी के दानों का चूर्ण सुबह और शाम छाछ के साथ सेवन करें।
- मेथी के दानों का चूर्ण रोटी बनाने के लिए आटे में मिलाएं।
- मेथी के दानों को हल्की आंच पर एक या दो मिनट के लिए अच्छी तरह हिलाते हुए भूने। फिर इन भुने हुए दानों को आप सब्ज़ी की तरी में मिलाकर खा सकते हैं।
- 1-2 चम्मच मेथी के दानों को एक कप पानी में 5 मिनट उबालें। फिर इस पानी को छान कर चाय की तरह दिन में 1-2 बार पीएं। आप चाहे तो इसमें निम्बू भी मिला सकते हैं। इससे निश्चित रूप से ब्लड ग्लूकोज़ कम करने में मदद मिलेगी।
Benefits Of Fenugreek – मेथी के फायदे
Controlling Diabetes – डायबिटीज को नियंत्रित करने में
मेथी का नियमित सेवन करने से यह डायबिटीज को भी नियंत्रित करती है। इसके बीजों में हाइपो ग्लाइसेमिक एवं हाइपो लिपिडेमिक गुण पाए जाते हैं। यह तत्व रक्त में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि यह टाइप 1 और टाइप 2 दोनों प्रकार की डायबिटीज में अत्यधिक लाभदायक है।
यदि आप डायबिटीज की दवाई ले रहे हैं, तो मेथी के बीजों का सेवन सावधानी पूर्वक एवं अपने डॉक्टर की सलाह पर ही करें। क्योंकि दोनों साथ लेने से रक्त का शुगर लेवल ज्यादा कम न हो इस बात का विशेष ध्यान रखें।
To Restore Liver Function – लिवर की कार्य प्रणाली को ठीक करने में
मेथी लिवर के लिए भी बहुत लाभकारी है। यह लिवर की कार्य प्रणाली को ठीक रखती है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स गुण इसको पीलिया जैसे रोगों में लाभ पहुँचाते हैं। जो लोग अल्कोहल का सेवन अधिक करते हैं, अकसर उन लोगों का लिवर कमजोर व ख़राब भी हो जाता है। ऐसे में यदि इन लोगों को प्रतिदिन मेथी खाने के लिए दी जाए तो निश्चित रूप से लिवर डिटॉक्सीफाई हो जाता है।
Fenugreek Benefits For Female – महिलाओं के लिए लाभकारी
मेथी का सेवन प्रसव के बाद सभी महिलाओं को अवश्य करना चाहिए। मेथी में उपस्थित फाइटोस्ट्रोजन और गलैक्टोगॉगस तत्व पाए जाते हैं जो स्तनपान कराने वाली माताओं के दूध के उत्पादन को बढ़ाते हैं। दूध की गुणवत्ता को बढ़ाकर शिशु की स्वास्थ्य वृद्धि में लाभ देती है।
इसके अलावा प्रसव के बाद होने वाली आम समस्याएं जैसे — वजन बढ़ना, दर्द आदि में बहुत लाभकारी है मेथी का प्रयोग करना। इसके साथ पेट में गैस बनने जैसी समस्याओं में भी फायदा करती है मेथी।
मेथी मासिक धर्म के दौरान होने वाली परेशानियों, दर्द आदि के लिए भी लाभकारी होती है। इसमें आयरन पाया जाता है, जिसके द्वारा खून की कमी भी दूर होती है।
Beneficial For Heart – ह्रदय के लिए लाभकारी
मेथी ह्रदय को भी स्वस्थ्य रखती है। इसमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट्स एवं घुलनशील फाइबर रक्त संचार को सुचारु रूप से रखने में सक्ष्म होते हैं। जिसकी वजह से रक्तचाप भी नियंत्रित रहता है। ह्रदय रोग की संभावना को काफी हद तक कम करता है। अतः प्रतिदिन मेथी का सेवन अवश्य करना चाहिए।
In Lowering Cholestrol – कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक
कोलेस्ट्रॉल जो कि ह्रदय रोग का सबसे प्रमुख कारण है। यह धमनियों में अवरोध पैदा करके हार्ट अटैक का कारण बन जाता है। मेथी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करती है। मुख्य रूप से LDL ( Bad cholestrol) मेथी के बीजों का सेवन करने से ठीक अथवा कम हो जाता है। इसमें उपस्थित घुलनशील फाइबर भी कोलेस्ट्रॉल को घटाने में मदद करते हैं।
Fenugreek Benefits For Hair- बालों के लिए लाभकारी
मेथी का प्रयोग बालों के बहुत ही लाभकारी है। मेथी में प्रोटीन पाया जाता है जो बालों को स्वस्थ्य एवं चमकदार बना देता है। बालों का झड़ना या रुसी या कोई फंगल संक्रमण इन सभी समस्याओं का हल आप मेथी के द्वारा कर सकते हैं।
मेथी में लेसिथिन तत्व पाया जाता है, जो बालों की नमी बनाये रखता है। इसकी वजह से सर की त्वचा रूखी नहीं हो पाती है। इसके अलावा प्रोटीन और निकोटिनिक एसिड बालों की झड़ने को भी रोकते हैं।
हेयर पैक :
मेथी पाउडर और दही मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर उसे बालों पर 1 घंटे लगभग लगाकर रखें। तत्पश्चात आयुर्वेदिक शैम्पू लगाकर बालों को धो लें। हफ्ते में यह प्रक्रिया 2 बार करें। निश्चित रूप से आपके बालों की सभी समस्याएं दूर होंगी।
Beneficial For Skin – त्वचा के लिए लाभकारी
मेथी के एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण यह त्वचा के लिए अत्यंत फायदेमंद है। इन गुणों के कारण यह त्वचा के रोग जैसे दाद, खुजली, एक्जिमा, मुहांसे आदि सभी रोगों को ठीक करने में सक्ष्म है।
इसके अलावा यदि आपके चेहरे की चमक खो गयी है, झुर्रियां पड़ गई है या चेहरे पर निशान पड़ गए हैं, ऐसे में आप मेथी पाउडर का फेस पैक भी लगा सकती है। इसके द्वारा आपके चेहरे की कांति पुनः लौट आएगी।
फेस पैक :
मेथी पाउडर, शहद, दही, बेसन व गुलाब जल इन सभी की 1-1 चम्मच लेकर मिश्रण बना लें। फिर इस मिश्रण को चेहरे पर 20 मिनट तक लगाकर रखे। तत्पश्चात धो लें। हफ्ते में 1 से 2 बार लगाने से आपको चेहरे में एक अलग सा ग्लो दिखाई देगा।
Good For Stomach – पेट के लिए उपयोगी
मेथी पेट से सम्बंधित विकारों को भी ठीक करती है। कब्ज़ की परेशानी होने पर मेथी के चूर्ण का सेवन गर्म पानी से करने से बहुत लाभ मिलता है। मेथी में घुलनशील फाइबर की अच्छी मात्रा पायी जाती है जिसकी वजह से कब्ज़, एसिडिटी, गैस जैसी समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
इसमें उपस्थित एंटी इन्फ्लैमटरी और एंटी बैक्टीरियल गुणों की वजह से यह पेट व आँतों की सूजन, जलन, अपच, दर्द आदि विकारों को दूर करने की क्षमता रखती है।
For Body Aches – शरीर में दर्द के लिए :
शरीर में दर्द या फिर जोड़ों में दर्द यदि परेशान कर रहा है, तब इस स्थिति में भी मेथी का सेवन बहुत लाभकारी होता है। मेथी वात दोष का नाश करती है। इसके अलावा इसमें कैल्शियम, आयरन, फॉस्फोरस काफी मात्रा में पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। मेथी में एंटी इन्फ्लैमटरी गुण व एंटी ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इन गुणों की वजह से जोड़ों की सूजन दूर कर, दर्द दूर करती है।
Increase Testosterone Level – टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाती
मेथी प्राकृतिक रूप से टेस्टोस्टेरोन जो कि सेक्स हॉर्मोन है, उसके स्तर को बढ़ाती है। इसके अलावा शोध से यह भी पता चला है कि मेथी कैंसर सेल्स को भी समाप्त करने में सक्ष्म है।
Precautions – सावधानियाँ
मेथी का अधिक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके अधिक सेवन से दस्त व उल्टी की समस्या हो सकती है।
गर्भावस्था के दौरान मेथी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
यदि आप शुगर की दवा ले रहे हैं तो मेथी का सेवन सावधानी पूर्वक करें या डॉक्टर का परामर्श लें। क्योंकि यह शुगर के स्तर को कम करती है।
Conclusion – निष्कर्ष
मेथी का प्रयोग दवा की तरह ही करना चाहिए। किसी भी चीज़ की अधिकता नुकसान ही करती है। यदि उपरोक्त बातों का ध्यान रख कर हम मेथी का सेवन करेंगे तो निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। मेथी पौष्टिक तत्वों से भरी है। यह हमें पूर्ण रूप से स्वस्थ रखने मैं सक्ष्म है।
आपको यह जानकारी कैसी लगी कृपया कमेंट करें।
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