Pigmentation दाग धब्बें-कारण, उपचार, डाइट एवं सावधानियाँ
खूबसूरत दिखना हर किसी को पसंद होता है। सभी चाहते है कि हमारी पर्सनैलिटी की तारीफ़ हो। आजकल के ज़माने में अच्छा दिखना और अपने को भली प्रकार से सभी के समक्ष प्रस्तुत करना बहुत जरूरी हो गया है। इसमें आपकी चमकदार एवं बेदाग त्वचा का होना बेहद जरूरी है। चाहे आप कितने भी ब्रांडेड महंगे कपड़े पहन लें या फिर महंगी ज्वेलरी, यह सब तभी आप पर अच्छा लगेगा जब आपकी त्वचा पर चमक होगी। तो आइये जानते हैं कि त्वचा पर Pigmentation( दाग धब्बों ) के कारण, उपचार, डाइट एवं सावधानियां क्या हैं ?
पिगमेंटेशन
Pigmentation- दाग धब्बे क्या हैं ?
शरीर में जब वायु के असंतुलन से त्वचा की रंगत बिगड़ जाती है, दाग, धब्बे, झाइयां पड़ जाती हैं। तब इसे पिगमेंटेशन कहते हैं। यह दो प्रकार का होता है। हाइपर पिगमेंटशन और हाइपो पिगमेंटेशन।
हाइपर पिगमेंटेशन –
यह मेलानिन का स्राव बढ़ जाने की वजह से होता है। जिससे त्वचा पर काले धब्बे हो जाते हैं।
हाइपो पिगमेंटेशन –
यह मेलानिन का स्राव कम होने की वजह से होता है। जिससे हल्के धब्बे हो जाते हैं।
Reasons -दाग धब्बों के क्या कारण हैं ?
पिगमेंटेशन के अनेक कारण हैं। बड़ी उम्र में यह समस्या अक्सर देखने को मिलती ही है, लेकिन आजकल यह समस्या कम उम्र में भी देखने को मिल रही है।
आयुर्वेदिक दृष्टि से –
आयुर्वेद में पिगमेंटेशन का कारण वात को ही माना गया है। शरीर में वात का असंतुलन होने की वजह से ही पिगमेंटेशन होता है। शरीर में वात दोष को ही, विभिन्न बिगड़ी हुई शारीरिक गतिविधियों के लिए दोषी माना गया है। इसके अलावा पित्त( त्वचा में उपस्थित भ्राजक पित्त ) का संतुलन बिगड़ने से भी त्वचा का रंग बदल सकता है और पिगमेंटेशन की समस्या हो जाती है।
हार्मोनल बदलाव के कारण –
हार्मोनल बदलाव की वजह से भी पिगमेंटेशन और डार्क स्पॉट्स हो जाते हैं जिसे मेलास्मा (Melasma) या Chloasma कहते हैं। ज्यादातर यह पिगमेंटेशन गर्भवती महिलाओं या फिर ज्यादा उम्र में या मीनोपॉज की स्थिति में भी हो जाते हैं।
सूर्य की हानिकारक किरणों के कारण –
जब हम सूर्य की किरणों के संपर्क में आते हैं तो UV किरणों की वजह से मेलानिन पिग्मेंट का उत्पादन कम होने लगता है। जिसकी वजह से डार्क स्पॉट्स हो जाते हैं। क्योंकि मेलानिन त्वचा की रक्षा इन हानिकारक किरणों से करता है।
बढ़ती उम्र के कारण –
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, त्वचा की स्वतः जीवित होने की क्षमता अर्थात Regeneration Power कम होती जाती है। जिसकी वजह से ब्राउन स्पॉट्स या लिवर स्पॉट्स बन जाते हैं। यह शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण भी हो जाते हैं। चेहरे पर झाइयां पड़ना भी इसी के अंतर्गत आती हैं।
प्रदूषण के कारण –
प्रदूषण का प्रभाव भी हमारी त्वचा में दाग-धब्बे उत्पन्न करता है। आजकल के वातावरण में हवा में अनेक प्रदूषित तत्व होने के कारण भी हमारी त्वचा पिगमेंटेशन का सामना करती हैं।
आनुवंशिक कारण –
आनुवंशिक कारणों की वजह से भी पिगमेंटेशन की समस्या हो जाती है। यदि किसी के परिवार में त्वचा की समस्या रही है, तब धब्बे पड़ने की सम्भावना और अधिक बड़ जाती है।
दवाइयों के कारण –
पिगमेंटेशन की समस्या अत्यधिक दवाइयों के सेवन या फिर कुछ ऐसी बीमारियों जैसे ऑटो इम्यून बीमारियां जिसमे पाचन तंत्र और मेटाबोलिज्म कमज़ोर हो जाता है। जिसको ठीक करने के लिए एलोपैथी दवाइयों का सेवन करने से भी दाग-धब्बे पड़ जाते हैं। इसके अलावा कीमोथेरेपी, एंटीबायोटिक दवाइयों के कारण भी पिगमेंटेशन हो जाता है।
कॉस्मेटिक उत्पादों के कारण –
आजकल सभी लोग कॉस्मेटिक का प्रयोग करने लगे हैं। जिसके कारण भी पिगमेंटेशन हो जाता है। सस्ते कॉस्मेटिक का प्रयोग त्वचा के लिए बेहद हानिकारक होता है। इसके साथ ज्यादा लम्बे समय तक फेस पर कॉस्मेटिक लगाना और रात को सोने से पहले साफ न करना यह कुछ कारण हैं जिनसे दाग-धब्बे, झाइयां आदि पड़ जाते हैं।
Treatment – दाग धब्बों के उपचार –
त्वचा पर पिगमेंटेशन को ठीक करने के लिए संतुलित आहार, फल, सब्ज़ियां आदि खाना बहुत जरूरी है। क्योंकि वाह्य रूप से इलाज़ करने के साथ आंतरिक रूप से स्वस्थ और पोषित आहार खाना बेहद जरूरी है। आजकल विभिन्न प्रकार की कॉस्मेटिक सर्जरी द्वारा पिगमेंटेशन को ठीक किया जा रहा है। इसके साथ कुछ क्रीम द्वारा भी इसका इलाज़ संभव है। आप घरेलू उपायों द्वारा भी त्वचा के दाग-धब्बों, झाइयों आदि को ठीक कर सकते हैं।
कॉस्मेटिक सर्जरी –
लेज़र ट्रीटमेंट
लेज़र ट्रीटमेंट( laser treatment) –
लेज़र ट्रीटमेंट में लाइट की तेज़ किरणें, ट्रीटमेंट किए जाने वाले हिस्से पर जाती हैं। जो स्किन के अंदर या ऊपर वाली लेयर तक जाकर ट्रीटमेंट करती हैं। इसके द्वारा त्वचा के अनचाहे हिस्से को जला दिया जाता है,जिससे दाग खत्म हो जाता है। इस प्रक्रिया से सिर्फ उसी हिस्से पर जलने का प्रभाव पड़ता है बाकि सभी हिस्से सुरक्षित रहते हैं। दाग कितना गहरा और हल्का है उसी हिसाब से ट्रीटमेंट किया जाता है।
तीव्र स्पंदित प्रकाश( Intense Pulse Light) –
तीव्र स्पंदित प्रकाश ( IPL) एक तरह की लाइट थेरेपी (light therapy) है। जिसका प्रयोग झुर्रियों, दाग- धब्बे, अनचाहे बालों को हटाने, वैरिकोस वेन्स, एजिंग स्पॉट्स, फ्रेकल्स, सन डैमेज( सूर्य की रोशनी से हुआ त्वचा नुकसान) और बर्थ मार्क्स( जन्म चिह्न ) को ठीक करने के लिए किया जाता है।
इस प्रक्रिया में लाइट त्वचा की ऊपरी सतह को खराब नहीं करती है। अतः लेज़र और डर्माब्रेशन की तुलना में इस प्रक्रिया साइड इफेक्ट्स कम होते हैं।
माइक्रोडर्माब्रेशन ( Microdermabrasion) –
यह एक सुरक्षित तकनीक है जो अधिकतर सभी प्रकार की त्वचा और रंग रूप के लिए कारगर है। इस तकनीक के द्वारा झुर्रियां, बढ़ती उम्र के साथ हुए दाग-धब्बे, ब्राउन स्पॉट्स, बड़े हुए रोमछिद्र, ब्लैक हेड्स, डल कॉम्प्लेक्शन(dull complexion), मेलास्मा, मुहांसों के निशान, स्ट्रेच मार्क्स, सन डैमेज और एक जैसी त्वचा की रंगत (even skin tone) बनाने के लिए यह तकनीक सर्वोत्तम है।
Cream – दाग धब्बे क्रीम द्वारा ठीक करें –
- रेन बायो रेटिनॉल एंटी एजिंग क्रीम (REN BIO RETINOL ANTI AGING CREAM) – इसमें विटामिन C प्रचुर मात्रा में होने के कारण यह दाग-धब्बों को अंदर से ठीक करके त्वचा की रंगत को ठीक करता है।
- न्यूट्रोजेना रैपिड टोन रिपेयर डार्क स्पॉट करेक्टर (NEUTROGENA RAPID TONE REPAIR DARK SPOT CORRECTOR) – इसमें विटामिन C , रेटिनॉल पाया जाता है। यह दाग-धब्बों को दूर करके नयी कोशिकाओं को उत्पन्न करने में मदद भी करती है।
- गार्नियर स्किन एक्टिव क्लेयरली ब्राइटर डार्क स्पॉट करेक्टर ( GARNIER SKIN ACTIVE CLEARLY BRIGHTER DARK SPOT CORRECTOR) – इसमें Lipo Hydroxyl Acid पाया जाता है। जो स्किन की डेड सेल्स को बाहर कर हाइपर पिगमेंटेशन को ठीक करता है।
- स्किन क्यूटिकल डिस्कलरेशन डिफेन्स ( SKIN CUTICLE DISCOLORATION DEFENCE) – इसमें कोजिक एसिड ट्रेनेक्सामिक एसिड और विटामिन 3 पाया जाता है। यह तत्व दाग-धब्बे, मुहांसे, ब्राउन स्पॉट्स, हाइपर पिगमेंटेशन को नियमित रूप में प्रयोग करने से ठीक करते हैं। यह क्रीम चेहरे की चमक भी बड़ा देती है।
- डर्मालोजिका ऐज ब्राइट स्पॉट फेड ( DERMALOGICA AGE BRIGHT SPOT FADE) – इसमें सैलिसिलिक एसिड, निआसिनामाइड जैसे तत्व पाए जाते हैं जो स्किन के पुराने दाग धब्बों को हटा देते हैं और त्वचा को एजिंग स्पॉट से मुक्त करते हैं।
Home Remedies- दाग धब्बे घरेलू उपचार द्वारा ठीक –
त्वचा पर पिगमेंटेशन को हटाने के कुछ घरेलू उपचार भी हैं जिनका प्रयोग यदि आप लगातार करते हैं, तो आपकी त्वचा बेदाग़ होने के साथ चमकदार भी बन जाएगी। इन उपायों को करने के कोई साइड इफेक्ट्स भी नहीं होंगे।
पपीते और दही के प्रयोग से :
पपीता पिगमेंटेशन के लिए
पपीता हमारी त्वचा के लिए बहुत ही उत्तम होता है। इसमें पाए जाने वाले विटामिन A , विटामिन C , विटामिन E एवं एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा के दाग- धब्बों को दूर कर सुन्दर एवं चमकदार बनाता है। दही में लैक्टिक एसिड उपस्थित होता है। अतः पपीते एवं दही से बना फेस पैक पिगमेंटेशन को दूर करने के लिए सर्वोत्तम है।
एलोवेरा और निम्बू के प्रयोग से :
एलोवेरा
एलोवेरा बहुत से विटामिन्स और खनिज लवण का खजाना है। इसमें विटामिन A, C, E, B12, B6, B1 तथा मिनरल्स जैसे- कैल्शियम, पोटेशियम, सोडियम, मैग्नीशियम आदि पाए जाते हैं। यह त्वचा की सभी समस्याएं जैसे- झाइयां, दाग-धब्बे, झुर्रियां आदि को ठीक करके उसे प्राकृतिक रूप से चमकदार बनाता है। एलोवेरा जैल में कुछ बूंदे निम्बू की डालकर चेहरे पर मसाज करने से पिगमेंटेशन दूर हो जाता है।
ग्रीन टी और मसूर दाल के प्रयोग से :
ग्रीन टी
ग्रीन टी भी त्वचा के लिए बहुत लाभदायक है। इसमें उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट एवं एंटी इन्फ्लैमटरी गुण त्वचा को बेदाग और कान्तियुक्त बनाती है। यह आँखों के नीचे के डार्क सर्कल्स एवं सूजन को ख़त्म करने में समर्थ है। रुई को ग्रीन टी में भिगाकर या टी बैग्स को आँखों के नीचे 10-15 मिनट तक रखे।
ग्रीन टी में मसूर की दाल, शहद और थोड़ी हल्दी डालकर फेस पैक लगाने से भी पिग्मेंटेशन कम होते हैं।
आलू और शहद के प्रयोग से :
आलू भी पिगमेंटेशन, काले धब्बे और झाइयां दूर करता है। आलू को कद्दू कस करके इसके रस में शहद एवं निम्बू मिलाकर फेस पैक लगाने से त्वचा बेदाग़ बन जाती है। आलू में विटामिन C पाया जाता है। आँखों के नीचे काले घेरे भी इससे ठीक हो जाते हैं।
हल्दी और बेसन के प्रयोग से :
हल्दी भी पिगमेंटेशन को दूर करती है। इसमें एंटीबैक्टीरियल एवं एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। यह त्वचा में निखार एवं चमक पैदा करती है। हल्दी के फेस पैक में बेसन, दही, कुछ बूंदे निम्बू की मिलाकर लगाने से त्वचा कान्तियुक्त और बेदाग़ बन जाती है।
संतरे के छिलके और दूध के प्रयोग से :
संतरे के छिलकों में प्रचुर मात्रा में विटामिन C पाया जाता है जो त्वचा के पिगमेंटेशन को दूर करने में मदद करता है। यदि संतरे के छिलको का पाउडर बनाया जाए और इसमें दूध, शहद और थोड़ी हल्दी मिलाकर फेस पैक बनाया जाए। इस फेस पैक के प्रयोग से भी त्वचा बेदाग़ बन जाती है।
इसके अलावा खीरे का रस, एप्पल साइडर विनेगर, टी ट्री ऑयल को शहद के साथ मिलाकर आप अन्य चीज़ों के साथ जैसे- चावल का पाउडर, ओट्स का पाउडर, बेसन आदि मिलाकर भी फेस पैक बना सकते हैं।
Diet – पिगमेंटेशन हटाने के लिए उपयुक्त डाइट –
अच्छी डाइट लेना सेहत मंद रहने के लिए अत्याधिक आवश्यक है। संतुलित भोजन हमारे स्वास्थ्य के लिए ही नहीं हमारी त्वचा के लिए भी बहुत ही आवश्यक है। अपने भोजन में दूध, दही, हरी सब्ज़ियां, मौसमी फल अवश्य शामिल करें। प्रतिदिन कम से कम 8-9 गिलास पानी अवश्य पीजिए। पानी सम्पूर्ण शरीर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का काम करता है। इसके अलावा ड्राई फ्रूट्स और सीड्स को भी अपनी डाइट में शामिल करें। त्वचा के लिए सबसे जरूरी विटामिन्स- विटामिन A , C , E , विटामिन B12 , विटामिन B9 हैं।
बाहर का जंक फ़ूड, ऑयली फ़ूड सेहत और त्वचा दोनों के लिए हानिकारक है। अतः इसे नहीं खाना चाहिए। प्रतिदिन 30 मिनट व्यायाम अवश्य करना चाहिए। स्ट्रेस को दूर रखना चाहिए। कोशिश करें कि अपने को व्यस्त रखें।
सावधानियां –
त्वचा पर पिगमेंटेशन न हों इसक लिए जरूरी है कि हम अपने लाइफ स्टाइल पर ध्यान दें। संतुलित भोजन, फल, सब्ज़ियों का सेवन करें। जंक और ऑयली फ़ूड न खाएं।
पानी सही मात्रा में पिएं। 8-10 गिलास पानी अवश्य पिएं।
इसके अलावा सनस्क्रीन का प्रयोग हमेशा हर मौसम में करें ।
धूप में निकलते समय छतरी और धूप के चश्में का प्रयोग अवश्य करें ।
कम से कम कास्मेटिक का प्रयोग करना चाहिए। यदि आवश्यक है तो अच्छी ब्रांड या हर्बल( प्राकृतिक ) उत्पाद ही प्रयोग करें।
रात्रि में मेकअप हटाकर एवं अच्छी तरह से फेस वाश करके सोना चाहिए।
Read More-
- Anti Aging Tips|एंटी एजिंग-प्राकृतिक देखभाल व सावधानियां ।
- 20 Foods For Beautiful Skin | फ़ूड सुन्दर स्किन के लिए
- Chalk Hair Color- हेयर चॉकिंग, नई ट्रिक हेयर कलर करने की