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Anti Aging Tips|एंटी एजिंग-प्राकृतिक देखभाल व सावधानियां


संतुलित भोजन, दैनिक दिनचर्या, प्रतिदिन योग एवं व्यायाम और इनके साथ अपनी त्वचा की प्रतिदिन देखभाल यह सभी बातें एजिंग प्रक्रिया पर निश्चित रूप से प्रभाव अवश्य डालती हैं। आज हम इन्हीं बातों पर चर्चा करेंगे कि कौन सी प्राकृतिक देखभाल व सावधानियां हैं जिनके माध्यम से एजिंग को Anti Aging में बदला जा सकता है।

Anti Aging क्या है ?

एंटी एजिंग एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। हर किसी को एक न एक दिन इससे गुजरना ही पड़ता है। हम अपने आस पास अकसर ऐसे लोगों को देखते हैं, जिन्हें देखकर उनकी उम्र का पता ही नहीं चलता है। जबकि दूसरी तरफ कुछ लोग कम उम्र के बावजूद भी काफी बूढ़े लगने लगते हैं। वास्तव में देखा जाए तो यह हमारे लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है।

Aged Women (Anti Aging)

एज्ड वीमेन

एजिंग क्या है :

यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है। प्रत्येक मनुष्य, जंतुओं और पेड़ पौधों में समय के साथ बदलाव आना चाहे वह वाह्य रूप से हो या आतंरिक रूप से एक स्वाभाविक क्रिया है। मनुष्यों की बात करें तो एजिंग के कारण उनका शारीरिक एवं मानसिक दोनों रूपों में कमज़ोर होना, मेटाबोलिज्म का भी कमज़ोर पड़ना तथा प्रतिरक्षा प्रणाली का भी कमज़ोर पड़ना है।

एजिंग का प्रभाव :     

जैसे- जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे हमारी त्वचा भी एजिंग के प्रभाव में आने लगती है। सबसे ऊपरी त्वचा जो एपिडर्मिस( epidermis) कहलाती है, सबसे ज्यादा प्रभावित होती है। यह निरंतर पतली होती जाती है, जिससे त्वचा के नीचे की रक्त वाहिकाएं(veins) नज़र आने लगती हैं।

इसके अलावा सूरज की UV किरणें भी त्वचा की elasticity को हानि पहुँचाती है। जो कि दाग धब्बों और झुर्रियां पड़ने का कारण बनती हैं। उम्र बढ़ने पर त्वचा में रूखापन भी आने लगता है। इसके पीछे अनेक कारण हो सकते हैं जैसे- शरीर में पानी की कमी, प्रदूषण या मौसम की वजह से।

एजिंग का प्रभाव तब भी देखने को मिलता है जब हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। जिसके फलस्वरूप त्वचा रूखी-सूखी और बेजान सी लगने लगती है। चेहरे पर, आँखों के चारों ओर बारीक रेखाएं बनना प्रारम्भ हो जाती हैं।

प्रीमैच्योर एजिंग : 

कुछ व्यक्तियों में एजिंग समय से पहले ही प्रारम्भ हो जाती है। जिनमे एजिंग के लक्षण जैसे- झाइयां पड़ना, त्वचा का ढीला पड़ना, झुर्रियां, बालों का झड़ना, त्वचा का रुखा व निर्जीव सा लगना, हड्डियों का कमज़ोर होना इत्यादि। इसे Premature Aging कहते हैं, जो 30-35 वर्ष से पहले ही शुरू हो जाती है।

एजिंग के कारण :   

एजिंग के अनेक कारण हो सकते हैं। सर्व प्रथम यदि आप का भोजन संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर नहीं है, तो निश्चित रूप से शरीर पर एजिंग के लक्षण शीघ्र दिखने लगेंगे। स्किन को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन और मिनरल्स बहुत जरूरी हैं। विटामिन A , विटामिन E विटामिन C, विटामिन B3 , विटामिन K और विटामिन D यह सभी मिनरल्स स्किन के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।

स्किन को पूर्ण रूप से हाइड्रेट न रखना अर्थात पानी कम पीना। हमारे शरीर का 70% भाग पानी है, ऐसे में जरूरी है कि प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी अवश्य पिया जाए। क्योंकि हानिकारक विषाक्त पदार्थों का शरीर से बाहर निकलना बहुत जरूरी है। पानी के पर्याप्त सेवन से हम अपने शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकाल सकते हैं। तभी हमारा रक्त भी शुद्ध रह सकता हैं और त्वचा चमकदार बनी रह सकती है।

इसके अलावा स्किन में कोलेजन की कमी, प्रदूषण, तनाव एवं अन्य बीमारियां जैसे- हाई ब्लड प्रेशर, ह्रदय रोग, मेटाबोलिक डिसऑर्डर, मोटापा आदि भी एजिंग व बुढ़ापे का कारण बन सकते हैं।

स्मोकिंग एवं अन्य प्रकार का नशा करना भी एजिंग व बुढ़ापे का कारण बन सकते हैं।

Anti Aging Tips-प्राकृतिक देखभाल द्वारा एंटी एजिंग :

Anti Aging Oils-एंटी एजिंग तेल :  

हमारी त्वचा के द्वारा प्राकृतिक रूप से आयल निकलता रहता है, जो त्वचा को कोमल एवं कान्तियुक्त बनाता है। परन्तु समय के साथ यह निकलना बंद या कम हो जाता है जिसकी वजह से त्वचा में ढीलापन, झुर्रियां और रोमछिद्र बड़े हो जाते हैं। एजिंग से बचने के लिए हम एंटी एजिंग ऑयल्स का प्रयोग कर सकते हैं।

Anti Aging oil

नारियल तेल

नारियल तेल (coconut oil ) :

इस तेल के द्वारा मालिश करने से झुर्रियां एवं दाग धब्बे जो कि एजिंग के कारण पड़ते हैं, हट जाते हैं। इसके अलावा नारियल तेल की यह खासियत होती है कि यह सूरज की हानिकारक UV rays से भी त्वचा की रक्षा करता है। यह त्वचा पर हानिकारक बैक्टीरिया को भी नष्ट करता है।

Anti Aging – ऑर्गन तेल ( argon oil ) : 

यह तेल पोषक तत्वों से भरपूर होता है। प्रतिदिन रात में सोने से पहले यदि इस तेल से चेहरे की मसाज की जाए तो चेहरे पर बारीक रेखाएं, झुर्रियां और दाग धब्बों से छुटकारा मिल जाता है। एक तरह से यह कह सकते हैं कि यह स्किन को स्वस्थ रखता है।

जोजोबा तेल ( jojoba oil ) :   

इस तेल को एंटी एजिंग आयल भी कहा जाता है। यह विटामिन E एवं विटामिन C से युक्त होने के कारण त्वचा को बहुत अच्छी तरह से हाइड्रेट करता है। यदि आप प्रतदिन इससे अपने चेहरे कि मसाज करते है, तो निश्चित रूप से आपके चेहरे कि त्वचा में बदलाव आएगा। 

Anti Aging – लैवेंडर तेल ( lavender oil ) :

यह तेल एंटीसेप्टिक और एंटीफंगल गुणों से भरपूर होता है। इसका प्रयोग करने से चर्म रोग में लाभ मिलता है। नहाने के बाद इसको लगाने से एक ताज़गी का एहसास होता है।

Anti Aging Olive Oil

ओलिव ऑयल

ओलिव तेल ( olive oil ) :

इस तेल में बहुत से मिनरल ऑयल्स और फैटी एसिड्स पाए जाते हैं। इसलिए यह उन लोगों के लिए बहुत फायदा करता है जिनकी स्किन बढ़ती उम्र के प्रभाव में है। प्रतिदिन मालिश करने से झुर्रियां और ऐज स्पॉट्स को कम किया जा सकता है। यह भी स्किन के लिए बहुत ही कमाल का एंटी एजिंग आयल है।

Anti Aging – आलमंड तेल ( almond oil ) : 

बादाम के तेल में विटामिन E एवं विटामिन K  प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जिसकी वजह से एजिंग स्किन पर बहुत ही लाभदायक है। यह चेहरे की झुर्रियों को ख़त्म करके त्वचा को ताजगी और कोमलता प्रदान करता है। आँखों के नीचे काले घेरे एवं सूजी हुई आँखों में भी बहुत लाभ प्रदान करता है।

Anti Aging – फ्लैक्स सीड तेल (flax seed oil ) :   

अलसी के तेल को linseed oil भी कहते हैं। इसमें काफी मात्रा में फैटी एसिड्स पाए जाते हैं। इस तेल से फेस मसाज करने से चेहरा मुलायम और चमकदार बनता है। 

Anti Aging Food-एंटी एजिंग फ़ूड : 

एजिंग की प्रक्रिया को ख़त्म तो नहीं किया जा सकता है। लेकिन यदि पौष्टिक आहार या एंटी एजिंग फ़ूड खाए जाएं, तो अवश्य ही एजिंग की गति को धीमा किया जा सकता है।

FRUITS FOR ANTI AGING

फल एवं सब्जियां

Anti Aging – फल एवं हरी सब्ज़ियां :

स्किन को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि अपनी डाइट में विटामिन C युक्त फल जैसे- संतरा, मौसमी, कीनू, कीवी, निम्बू, आँवला, पपीता और ऋतु के अनुसार फल अवश्य लें। इसके साथ हरे पत्तेदार सब्ज़ियां जो कि विटामिन A से भरपूर होती हैं, वह भी एंटी एजिंग के लिए लाभदायक होती हैं।

Anti Aging – डेरी प्रोडक्ट्स :

डेरी उत्पाद जैसे- दूध, दही, पनीर, मक्खन आदि का सेवन भी जरूर करना चाहिए। क्योंकि यह विटामिन्स और मिनरल्स के अच्छे स्रोत होते हैं। विटामिन A और विटामिन D स्किन के लिए महत्वपूर्ण विटामिन हैं।

Anti Aging – सूखे मेवे : 

एंटी एजिंग फूड्स में सूखे मेवे ( dry fruits) भी अवश्य शामिल करने चाहिए जैसे- बादाम, अखरोट, काजू, पिस्ता, किशमिश, डेट्स आदि। यह विटामिन E एवं अन्य विटामिन्स और मिनरल्स का अच्छा स्रोत होते हैं। 

Anti Aging – प्रोटीन युक्त भोजन :

एंटी एजिंग डाइट में प्रोटीन का होना भी बहुत जरूरी है। जिससे आपके शरीर को ऊर्जा मिले और काम करते वक़्त थकान महसूस न हो। प्रोटीन लेने से प्री मैच्योर एजिंग का खतरा भी कम हो जाता है। इसके लिए आप अंडे, दालें, सोयाबीन, चने, राजमा, मछली आदि ले सकते हैं।

Anti Aging Drinks-एंटी एजिंग पेय पदार्थ :

पानी :

प्रतिदिन 8-10 गिलास पानी शरीर के लिए अत्यंत आवश्यक है। पानी शरीर के अंदर के टॉक्सिन्स या विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकलने का काम करता है। जिसके फलस्वरूप बॉडी सेल्स स्वस्थ रहती हैं और टॉक्सिन्स उन्हें ख़राब नहीं कर पाते हैं। एंटी एजिंग के लिए जरूरी है कि शरीर को हाइड्रेट करें।

GREEN tea for Anti Aging

ग्रीन टी

ग्रीन टी : 

यह भी एक अच्छा एंटी एजिंग पेय हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी ऑक्सीडेंट गुणों की वजह से यह बॉडी सेल्स को ख़राब होने से बचाता है। जिसकी वजह से एजिंग की गति धीमी होने में सहायक होता है।

Anti Aging Exercises-एंटी एजिंग व्यायाम : 

एजिंग की प्रक्रिया को हम व्यायाम से भी धीमा कर सकते हैं। प्रतिदिन आपके द्वारा किया गया 30 मिनट का व्यायाम, योग, प्राणायाम, एरोबिक्स, वाकिंग, साइकिलिंग, स्विमिंग या कार्डिओ एक्सरसाइजेज इनमे से कोई भी आप करते है तो शरीर ऊर्जावान बना रहता है। शरीर की हड्डियां, मांसपेशियां मजबूत बनी रहती हैं। हॉर्मोन्स का स्तर भी सामान्य रहता है। आपका मस्तिष्क भी स्वस्थ रहता है।

इसके अलावा आप फेस एक्सरसाइज भी कर सकते हैं। आजकल लोग फेस योगा को भी महत्व दे रहे हैं। अपने मुहं द्वारा अंग्रेजी अक्षर O और X का उच्चारण करते हुए 5-10 मिनट प्रतिदिन करने से फेस का रक्त संचरण ठीक रहता है। फेस मसल्स टोन रहती हैं।

Anti Aging Skin Care

त्वचा की देखभाल

Anti Aging Skin Care-एंटी एजिंग त्वचा की देखभाल : 

रोज़ाना अपनी त्वचा की देखभाल करना भी एजिंग को धीमा करता है। सर्वप्रथम आपको यह पता करना जरूरी है कि आपकी त्वचा कैसी है ऑयली, ड्राई या नार्मल। उसके हिसाब से ही स्किन प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करने चाहिए। प्रतिदिन स्किन को यह तीन स्टेप्स-क्लींजिंग, टोनिंग और मॉइश्चराइज़ करना बेहद जरूरी है। यदि हर्बल चीज़ों या प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाए तो ज्यादा बेहतर रहता है।

मेकअप का इस्तेमाल जितना कम हो सके उतना कम करना चाहिए। यदि आप मेकअप कर भी रहे हैं तो ब्रांडेड कंपनी के प्रोडक्ट्स ही प्रयोग करें। सनस्क्रीन लोशन SPF30 का इस्तेमाल अवश्य करें। यह सर्दियों और गर्मियों दोनों में लगाना चाहिए।

गर्मियों में धूप का चश्मा भी अवश्य पहनना चाहिए। इससे सूरज की हानिकारक किरणें आँखों को नुकसान नहीं पहुंचती हैं। क्योंकि आँखों के चारो ओर की त्वचा बहुत नाज़ुक होती है।

Anti Aging Cream- कब लगानी चाहिए :    

एंटी एजिंग क्रीम का प्रयोग 30 वर्ष की उम्र के बाद करना शुरू कर देना चाहिए। क्योंकि 30 वर्ष के बाद हमारी त्वचा में बदलाव होने लगता है। यही सही समय होता है, जब हम प्रतिदिन स्किन केयर रूटीन अपनाकर एजिंग की प्रक्रिया को नियंत्रित कर सकते हैं।

Anti Aging Creams- 

बाजार में बहुत सी अच्छी एंटी एजिंग क्रीम उपलब्ध हैं जिनमे –

1.  Olay  Regenerist Day/Night Anti Aging Cream

2.  L’oreal Paris Skin Perfect Anti Aging Cream

3. Lotus Professional Phyto Rx Skin Renewal Anti Aging Night Cream

4. StBotanica Pure Radiance Anti Aging Moisturizing Cream

5. Blue Nectar Ayurvedic Anti Aging Face Cream

6. Mamaearth Retinol Anti Aging Night Cream

7. Biotique Saffron Youth Anti Aging Cream

Anti Aging Home Remedies-एंटी एजिंग प्राकृतिक घरेलु उपचार : 

अपनी व्यस्त दिनचर्या में से थोड़ा समय निकाल कर हम घरेलु प्राकृतिक उपचारों द्वारा फेस, हाथ, पैर एवं अन्य बॉडी पार्ट्स को भी निखार सकते हैं और एजिंग को धीमा कर सकते हैं। इसके लिए आप एंटी एजिंग मास्क, एंटी एजिंग क्रीम घर पर ही बना सकते हैं। हमारी रसोई में अनेक ऐसे सामग्री होती है जिससे आप अपनी त्वचा का ख्याल रख सकते हैं। 

  • दूध से अपने चेहरे को साफ़ कीजिए। दूध एक अच्छा नेचुरल क्लीन्ज़र और मॉइस्चराइजर का काम करता है।
  • इसके बाद आप एलोवेरा जेल(1 चम्मच) में संतरे के छिलके का पाउडर(1/2 चम्मच ) मिलाकर इस स्क्रब से अपने चेहरे पर हलके हाथ से (अपनी फिंगर टिप से) मसाज़ करें।
  • इसके बाद अपना चेहरा ताज़े पानी से धो लीजिए।
  • अब आप थोड़ा दही, पका हुआ केला( थोड़ा सा मसला हुआ ), शहद(1/2 चम्मच ), 4-5 बूँद नीबू का रस डालकर पेस्ट बना लें। इसे अपने चेहरे पर 20-25 मिनट तक लगाएं। फिर धो लीजिए।
  • इस प्रक्रिया को हफ्ते में 2-3 बार करें।
  • इसके बाद कोई भी मॉइस्चराइसिंग क्रीम लगा लें।

इस प्रकार आप इन तरीकों का इस्तेमाल करके एजिंग की प्रक्रिया को प्राकृतिक देखभाल एवं सावधानियां द्वारा एंटी एजिंग में बदल सकते हैं। यह लेख आपको कैसा लगा ? अपनी राय अवश्य कमेंट बॉक्स में लिखें।                          

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Kavita Singh

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