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सर्दियों में ठंडे रहते हैं हाथ-पैर: क्या यह किसी बीमारी का संकेत है


सर्दियों में हाथ-पैरों का अधिक ठंडा होना :

सर्दी हाथ-पैर ठंडे होना आम बात है। इससे बचने के लिए लोग हाथों में दस्ताने और पैरों में मोज़े पहनते हैं। हालांकि, कई बार इसके बावजूद कोई असर नहीं होता और हाथ-पैर बर्फ की तरह ठंडे रहते हैं। आमतौर पर लोग सोचते हैं कि इसका कारण ठंडा वातावरण है, जबकि ऐसा नहीं है। हाथ-पैरों का अत्यधिक ठंडा होना कई गंभीर बीमारियों का संकेत भी हो सकता है।

सर्दियों में हाथ-पैर ज्यादा ठंडे होने का क्या कारण है।

  • यह किस गंभीर बीमारी का संकेत है?
  • इससे बचने के क्या उपाय हैं?

विशेषज्ञ: डॉ. योगेश शाह, सलाहकार, आंतरिक चिकित्सा, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल, इंदौर

सवाल- सर्दियों में कुछ लोगों के हाथ-पैर बहुत ठंडे रहते हैं। क्या यह एक सामान्य बात है?

उत्तर- डॉ. योगेश शाह बताते हैं कि अगर सर्दियों में किसी व्यक्ति के हाथ-पैर अन्य लोगों की तुलना में ज्यादा ठंडे रहते हैं तो यह सामान्य स्थिति नहीं है। इसके कई कारण हो सकते हैं.

प्रश्न- हाथ-पैर ठंडे रहने का क्या कारण है?

उत्तर- पेरिफेरल वैस्कुलर डिजीज (पीवीडी) हाथ-पैर ठंडे होने का मुख्य कारण है। इसमें हाथ, पैर और पेट तक रक्त पहुंचाने वाली धमनियां सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्त संचार धीमा हो जाता है। ऐसा तब होता है जब इन धमनियों के अंदर प्लाक या वसायुक्त पदार्थ जमा हो जाता है।

इसके अलावा विटामिन बी12, बी2, विटामिन डी और मैग्नीशियम की कमी के कारण भी हाथ-पैर ठंडे हो सकते हैं।

नीचे दिए गए ग्राफ़िक से समझें कि किन बीमारियों के कारण हाथ-पैर अत्यधिक ठंडे हो सकते हैं।

आइए ग्राफिक में दिए गए इन बिंदुओं को विस्तार से समझते हैं।

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रक्ताल्पता

सर्दियों में हाथ-पैर बर्फीले होने का एक कारण एनीमिया भी है। एनीमिया एक रक्त संबंधी बीमारी है। इसमें शरीर में आयरन की कमी हो जाती है और हीमोग्लोबिन कम बनता है। इससे हाथ-पैरों तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती, जिससे वे ठंडे हो जाते हैं।

मधुमेह

मधुमेह रोगियों की रक्त वाहिकाएं सिकुड़ने लगती हैं। इससे उनके शरीर में रक्त संचार धीमा हो जाता है। इसके कारण भी हाथ-पैर ठंडे होने लगते हैं।

हाइपोथायरायडिज्म

इसमें शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है। इससे शरीर के तापमान को नियंत्रित करने के लिए कम ऊर्जा बचती है। इससे भी हाथ-पैर ठंडे हो सकते हैं।

रेनॉड सिंड्रोम

रेनॉड सिंड्रोम एक ऐसी स्थिति है जिसमें उंगलियां या पैर की उंगलियां ठंडी और सुन्न हो जाती हैं। ऐसा अक्सर सर्दी या अत्यधिक तनाव के कारण होता है।

सवाल- सर्दियों में हम अपने हाथों और पैरों को ज्यादा ठंड से कैसे बचा सकते हैं?

उत्तर- डॉ. योगेश शाह बताते हैं कि अगर सर्दियों में किसी व्यक्ति के हाथ-पैर ठंडे हो रहे हैं तो उसे बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

डॉक्टर इसके लिए कुछ परीक्षण करेंगे, जिसमें पता चलेगा कि यह किसी बीमारी के कारण है या शरीर में किसी पोषक तत्व की कमी है। इसके मुताबिक जीवनशैली और खान-पान में कुछ बदलाव किए जाएंगे।

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सवाल- सर्दियों में हाथ-पैरों को ठंड से बचाने के लिए किस तरह की गलतियां नहीं करनी चाहिए?

उत्तर- इसके लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है. इसे नीचे दिए गए पॉइंटर्स से समझें.

हाथों और पैरों को ठंड से बचाएं

सर्दियों में हाथ-पैरों को गर्म रखना जरूरी है। इसके लिए दस्ताने और मोज़े पहनें। अगर धूप निकल आए तो कुछ देर धूप में जरूर बैठें।

हाथों और पैरों की मालिश करें

अगर दस्ताने या मोज़े पहनने के बाद भी आपके हाथ-पैर ठंडे रहते हैं तो उनकी मालिश करें। इससे रक्त संचार बेहतर होता है. इसके लिए आप नारियल या सरसों के तेल से मालिश कर सकते हैं। इसके अलावा दिन में 2-4 बार दोनों हाथों को आपस में रगड़ें।

तनाव पर नियंत्रण रखें

तनाव कम लेने से हाथ-पैरों में रक्त संचार बेहतर होता है। इसलिए नियमित रूप से योग और ध्यान करें। इससे रक्त वाहिकाओं के सिकुड़ने का खतरा कम हो जाता है।

धूम्रपान मत करो

धूम्रपान हमारे रक्त प्रवाह को प्रभावित करता है। इसलिए ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाए रखने के लिए धूम्रपान न करें।

सवाल- अगर हाथ-पैर ज्यादा ठंडे रहते हैं तो खाने में किस तरह की चीजें शामिल करनी चाहिए?

उत्तर- हाथों और पैरों को ठंड से बचाने में हमारा आहार भी अहम भूमिका निभाता है। इसलिए हमेशा हेल्दी चीजें ही खाएं। इसे नीचे दिए गए ग्राफिक से समझें-

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आइए ग्राफिक में दिए गए बिंदुओं को विस्तार से समझते हैं।

आयरन युक्त भोजन करें

आयरन हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए आवश्यक है। शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है। इसलिए अपने आहार में आयरन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे बीन्स, हरी पत्तेदार सब्जियां शामिल करें।

ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से बचें

ओमेगा-3 फैटी एसिड की कमी से रक्त संचार कम हो सकता है, जिससे हाथ और पैर ठंडे हो सकते हैं। इसलिए, अपने आहार में ओमेगा-3 से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे अलसी के बीज, चिया बीज और अखरोट को शामिल करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा.

विटामिन बी12 की कमी पूरी करें

इस विटामिन की कमी से परिधीय न्यूरोपैथी की स्थिति पैदा हो सकती है। इसमें हाथ-पैर सुन्न और ठंडे हो सकते हैं। विटामिन बी12 के लिए अपने आहार में अंडे, डेयरी उत्पाद जैसे दूध, दही और पनीर शामिल करें।

विटामिन डी शरीर के लिए बहुत जरूरी है

विटामिन डी हमारी हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। साथ ही यह शरीर में कैल्शियम के स्तर को नियंत्रित करने में भी अहम भूमिका निभाता है। इसके लिए विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें। इसके अलावा कुछ देर धूप में भी बैठें।

मैग्नीशियम की कमी से हाथ-पैर ठंडे हो जाते हैं

मैग्नीशियम एक पोषक तत्व है जो रक्त शर्करा और रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। मैग्नीशियम की कमी से मांसपेशियों में ऐंठन और रक्त संचार धीमा हो सकता है। इसलिए सर्दियों में अपने आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज, बीन्स और नट्स को शामिल करें।


Kavita Singh

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