शंखपुष्पी: एक अद्भुत आयुर्वेदिक औषधि के फायदे और उपयोग
शंखपुष्पी एक प्राचीन आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है। जिसका प्रयोग प्राचीन समय से ही विशेष रूप से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने के लिए किया जाता रहा है। इसे Convolvulus pluricaulis के नाम से भी जाना जाता है तथा आयुर्वेद में इसके बहुत से अद्भुत गुण बताए गए हैं। यह विशेष रूप से मस्तिष्क के लिए बहुत लाभकारी है और स्मरण शक्ति को बढ़ाने, एकाग्रता में सुधार करने और मानसिक शांति प्रदान करने में मदद करती है।
आज इस लेख में हम शंखपुष्पी के विभिन्न लाभों, इसके उपयोग, और इसके सेवन के तरीकों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
Shankhpushpi (शंखपुष्पी)
शंखपुष्पी का परिचय और इतिहास
शंखपुष्पी का नाम संस्कृत शब्द “शंख” और “पुष्प” से लिया गया है जो इसके शंख के आकार के फूलों की ओर इशारा करता है। इसे क्षीरपुष्प एवं मांगल्य कुसुमा भी कहते हैं। यह पौधा विशेष रूप से भारत, नेपाल, और चीन में पाया जाता है। भारत में आप इसे पथरीले मैदानों में आसानी से देख सकते हैं। इसका उपयोग प्राचीन समय से ही आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में मस्तिष्क को मजबूत करने और नर्वस सिस्टम को संतुलित करने के लिए किया जाता है। इसके साथ यह अन्य बीमारियों में भी लाभप्रद है। इसे एक “मेडिया-रसायन” (मस्तिष्क टॉनिक) के रूप में माना जाता है जो मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ावा देता है।
इसके पौधे की बात करें तो यह लगभग 1 फुट ऊँचा होता है, पत्तियां 1-4 cm लम्बी, चिकनी, रेखाकार, नोंक दार होती हैं। यह बेल के रूप में होती है जो आसानी से झाड़ियों पर चढ़ जाती है। रंग के आधार पर शंखपुष्पी के फूल – सफ़ेद व नीले रंग के होते हैं। इसकी प्रकृति ठंडी और कसैली होती है।
शंखपुष्पी में पाए जाने वाले प्रमुख तत्व
शंखपुष्पी में विभिन्न लाभकारी तत्व पाए जाते हैं, यही प्रमुख तत्व इसे एक अद्भुत औषधि बनाते हैं। इनमें शामिल हैं:
- फ्लैवोनोइड्स – ये एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं।
- ग्लाइकोसाइड्स – यह तत्व मस्तिष्क को ऊर्जा प्रदान करते हैं और उसकी कार्यक्षमता बढ़ाते हैं।
- टैनिन्स – यह संज्ञानात्मक (cognitive) शक्ति को बढ़ाने में सहायता करते हैं।
- एल्कलॉइड्स – ये तत्व मस्तिष्क को उत्तेजित करने और उसे शांत बनाए रखने में मदद करते हैं।
शंखपुष्पी के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ
शंखपुष्पी को मानसिक स्वास्थ्य के लिए विशेष रूप से लाभकारी माना जाता है, लेकिन इसके अलावा इसके कई अन्य स्वास्थ्य लाभ भी हैं। आइए जानते हैं शंखपुष्पी के कुछ प्रमुख लाभों के बारे में विस्तार से —
1. मस्तिष्क की कार्यक्षमता को बढ़ाना
शंखपुष्पी मस्तिष्क की कोशिकाओं को सक्रिय करती है व उन्हें शक्ति प्रदान करती है। यह स्मरण शक्ति को बढ़ाने में सहायक होती है, जिससे आपको चीज़ें याद रखने में आसानी होती है। इसके सेवन से एकाग्रता में सुधार होता है तथा मानसिक थकान से राहत मिलती है। यह विशेष रूप से छात्रों और मानसिक श्रम करने वाले लोगों के लिए अत्यंत लाभकारी है।
कैसे कार्य करती है?
शंखपुष्पी में मौजूद तत्व मस्तिष्क के नर्वस सिस्टम पर कार्य करते हैं, जिससे मानसिक शक्ति और एकाग्रता बढ़ती है। इसका नियमित सेवन छात्रों और मानसिक श्रम करने वालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है।
2. तनाव और चिंता को कम करना
इस समय आधुनिक जीवनशैली में तनाव और चिंता सामान्य समस्याएं बन गई हैं। शंखपुष्पी में मौजूद एंटी-एंजाइटी गुण मानसिक शांति प्रदान करते हैं और तनाव को कम करने में सहायक होते हैं। इसका सेवन करने से नर्वस सिस्टम शांत होता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में भी सुधार होता है और अनिद्रा की समस्या कम होती है।
यही नहीं शंखपुष्पी याददाश्त को बढ़ाती है और इस प्रकार हमारी बौद्धिक क्षमता को तेज करती है। एक उम्र के बाद जब याददाश्त कमजोर होने लगती है उस समय भी यदि इसका प्रयोग किया जाए तो यह दिमाग को शक्ति प्रदान करती है और याददाश्त सुधारती है।
इसके अलावा यह डिप्रेशन, तनाव एवं अल्ज़ाइमर जैसे रोगों के लिए भी रामबाण है अर्थात इन समस्याओं से आसानी से छुटकारा दिलाती है।
3. रक्त संचार में सुधार
शंखपुष्पी रक्त संचार को बेहतर बनाने में भी मदद करती है। इसके सेवन से मस्तिष्क में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों का प्रवाह सुचारू रूप से होता है। जिसके फलस्वरूप मस्तिष्क के कामकाज में सुधार होता है और ऊर्जा बनी रहती है। यही नहीं इसका सेवन करने से शरीर की कोशिकाओं में ताजगी आती है और मानसिक थकान दूर होती है। इसके सेवन से आपको अपने अंदर एक नई स्फूर्ति का एहसास होगा।
4. त्वचा और बालों के लिए लाभकारी
शंखपुष्पी का उपयोग त्वचा और बालों के स्वास्थ्य के लिए भी किया जाता है। इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की समस्याओं को दूर करते हैंऔर एंटी-बैक्टीरियल गुण संक्रमण से बचाते हैं। शंखपुष्पी का सेवन त्वचा को चमकदार बनाता है और बालों को भी मज़बूत करता है। इसके उपयोग से बालों का झड़ना कम होता है और बालों में प्राकृतिक चमक आती है। इस तरह यह कह सकते है कि शंखपुष्पी हमारे सौंदर्य को भी बढ़ाती है।
5. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना
जैसा कि हम जानते हैं, शंखपुष्पी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, यही गुण हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं। यह जड़ी-बूटी शरीर को बीमारियों से लड़ने की क्षमता प्रदान करती है। इसके सेवन से शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इम्यून सिस्टम मजबूत होने से सामान्य बीमारियों से रक्षा होती है।
6. पाचन तंत्र में सुधार
शंखपुष्पी पाचन तंत्र को भी बेहतर बनाती है। इसके सेवन से अजीर्ण, गैस और कब्ज जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। इसमें उपस्थित एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पेट की सूजन को कम करते हैं और पाचन तंत्र को मजबूत बनाते हैं। पाचन तंत्र मजबूत होने से हम विभिन्न बीमारियों से बच सकते हैं।
7. उच्च रक्त चाप को नियंत्रण करने में
शंखपुष्पी का सेवन करने से उच्च रक्त चाप को भी नियंत्रित किया जा सकता है। इसके फूलों में एथनोलिक एसिड पाया जाता है जो हार्ट में ब्लॉकेज और हार्ट अटैक के खतरे से बचाता है।
8. अनिद्रा के लिए
शंखपुष्पी उन लोगो के लिए भी बहुत फायदेमंद है जो अनिद्रा रोग से पीड़ित हैं अर्थात जिन्हें नींद नहीं आती है। क्योंकि यह तनाव को कम कर देती है और मस्तिष्क को शांत करती है। इस तरह आप तनाव मुक्त रह कर अच्छी नींद ले सकते हैं।
9. सेक्सुअल लाइफ
शंखपुष्पी शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में भी बहुत लाभ दायक सिद्ध हुई है। सेक्सुअल लाइफ की इस समस्या का समाधान करके आप अपनी कमी को आसानी से दूर कर सकते हैं।
सेवन के तरीके
शंखपुष्पी को विभिन्न रूपों में उपयोग किया जा सकता है- जैसे कि पाउडर, सिरप, चूर्ण या काढ़ा। इसका सेवन करने का सही तरीका और मात्रा जानने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए। यहां कुछ सामान्य तरीके बताए जा रहे हैं जिनसे आप शंखपुष्पी का सेवन कर सकते हैं:
1. शंखपुष्पी पाउडर
शंखपुष्पी का पाउडर बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। आप इसे पानी, दूध या शहद के साथ दिन में दो बार ले सकते हैं। पाउडर का सेवन करने से मस्तिष्क की शक्ति बढ़ती है और तनाव से राहत मिलती है।
2. शंखपुष्पी सिरप
अगर आपको शंखपुष्पी पाउडर का स्वाद पसंद नहीं है तो आप इसे सिरप के रूप में भी ले सकते हैं। शंखपुष्पी सिरप बच्चों के लिए भी उपयुक्त होता है और यह स्मरण शक्ति बढ़ाने में सहायक होता है।
3. शंखपुष्पी का काढ़ा
शंखपुष्पी का काढ़ा बनाकर उसका सेवन करने से मस्तिष्क और नर्वस सिस्टम को तुरंत लाभ मिलता है। काढ़ा बनाने के लिए शंखपुष्पी की सूखी पत्तियों को या पाउडर को पानी में उबालें और फिर छानकर इसका सेवन करें।
4. शंखपुष्पी टेबलेट या कैप्सूल
आजकल शंखपुष्पी का उपयोग कैप्सूल और टेबलेट के रूप में भी होता है, जो आसानी से उपलब्ध हैं। इसे लेना भी सुविधाजनक है और मस्तिष्क के लिए बहुत लाभकारी है।
सेवन में सावधानियां
शंखपुष्पी का सेवन सुरक्षित है, लेकिन कुछ विशेष सावधानियां रखनी बहुत आवश्यक है। इसका अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को शंखपुष्पी का सेवन चिकित्सकीय परामर्श के बाद ही करना चाहिए।
- अधिक मात्रा में सेवन से उल्टी या दस्त की समस्या हो सकती है।
- किसी भी दवा के साथ इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
- बच्चों के लिए शंखपुष्पी की कितनी मात्रा लेनी है इसका निर्धारण डॉक्टर से कराएं।
निष्कर्ष
शंखपुष्पी एक अद्भुत आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो पूर्ण रूप से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधारने में सहायक है। इसके नियमित सेवन से मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ती है, तनाव और चिंता कम होता है। पाचन तंत्र मजबूत होता है और प्रतिरक्षा प्रणाली(Immunity System) भी बेहतर बनती है। इसका उपयोग प्राकृतिक और सुरक्षित है, लेकिन किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव से बचने के लिए चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।
अगर आप मानसिक शांति और तंदुरुस्ती चाहते हैं, तो शंखपुष्पी आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है।
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