मकर संक्रांति पर क्यों खाया जाता है दही चूड़ा, जानें इसमें क्या मिलाएं जिससे स्वाद कई गुना बढ़ जाएगा।

दही चूड़ा रेसिपी
मकर संक्रांति पर घरों में कई तरह के पकवान बनाए और खाए जाते हैं। लेकिन कुछ चीजों का विशेष महत्व होता है। जिसमें खिचड़ी, चावल, गुड़ और तिल शामिल हैं. बिहार, झारखंड और यूपी में लोग मकर संक्रांति पर दही चूड़ा बड़े चाव से खाते हैं। दही चूड़ा जितना स्वादिष्ट होता है उससे कहीं ज्यादा फायदेमंद होता है। इसे आप कुछ ही मिनटों में तैयार कर सकते हैं। दही चूड़ा में आप चीनी, मिश्री या मिश्री का इस्तेमाल कर सकते हैं। कुछ लोग स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें बारीक कटे फल और सूखे मेवे भी मिलाते हैं। आइए जानते हैं दही चूड़ा बनाने की रेसिपी?
कैसे बनाएं दही चूड़ा, जानिए रेसिपी?
पहला चरण – दही चूड़ा बनाने के लिए आपको गाढ़ा पोहा चाहिए, जिसे चूड़ा कहते हैं. चूड़ा यानि पोहा को पानी में अच्छी तरह भिगोकर रख दीजिए और जैसे चावल धोते हैं, वैसे ही धो लीजिए. अगर पोहा गाढ़ा है तो इसे साफ पानी में करीब 2 मिनट के लिए भिगो दें. – पानी छान लें और पोहे को कुछ देर के लिए ऐसे ही रख दें.
दूसरा चरण- अब आपको दही चूड़ा के लिए दही तैयार करना है. – एक कटोरे में ताजा और गाढ़ा दही लें. इसे हल्के हाथों से ब्लेंड करें. – अब दही में पिसा हुआ गुड़ या चीनी डालकर मिला लें. आप इसमें अपनी पसंद के अनुसार चीनी या शहद मिला सकते हैं। कुछ लोग दही चूड़ा को गन्ने के रस के साथ खाते हैं.
तीसरा चरण- – अब पोहे को हल्के हाथ से मसल लीजिए. सर्व करने के लिए भीगे हुए पोहे को एक प्लेट या बाउल में रखें. इसके ऊपर दही डालें. – अब दोनों चीजों को हाथ या चम्मच की मदद से मिला लें. – तैयार मिश्रण में गुठलियां नहीं रहनी चाहिए.
चौथा चरण- दही चूड़ा को और भी स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें कटे हुए काजू, बादाम और किशमिश डाल दीजिए. आप चाहें तो इसमें कोई भी फल मिलाकर खा सकते हैं. इससे दही चूड़ा और भी स्वादिष्ट बनेगा. हालांकि अगर आप असली स्वाद चाहते हैं तो सादा दही चूड़ा ही खाएं.
दही चूड़ा खाने के फायदे
दही चूड़ा पेट के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। इससे पेट लंबे समय तक भरा रहता है और आंत का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। अगर आपका पेट खराब है या फूड पॉइजनिंग है तो आप दही चूड़ा खा सकते हैं। दही में पाए जाने वाले अच्छे बैक्टीरिया आपकी आंतों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। दही चूड़ा खाने से भी वजन कम किया जा सकता है। हालाँकि, इसके लिए बहुत अधिक मीठे का उपयोग न करें।
