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पाकिस्तान हिंदू मंदिर – हिंगलाज माता मंदिर महत्व


 

पाकिस्तान के कुछ प्रसिद्ध और ऐतिहासिक हिंदू मंदिर!

    • हिंगलाज माता मंदिर (बलूचिस्तान):

      हिंगलाज माता का मंदिर पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हिंगोल नेशनल पार्क के पास स्थित है। यह मंदिर 51 Shaktipeeths में से एक है। यह ध्यान देने योग्य है कि जब भगवान शिव माता माता सती के शरीर के साथ तांडव कर रहे थे, तो माँ का सिर यहाँ गिर गया।

 

    • नरसिंह मंदिर या प्रहलदपुरी मंदिर (मुल्तान):

      यह मंदिर भगवान विष्णु के नरसिंह अवतार को समर्पित है। किंवदंती के अनुसार, हिरण्यकाशप को भगवान नरसिंह ने यहां मार दिया था।

 

    • राम मंदिर (सैयदपुर, इस्लामाबाद के पास):

      यह प्राचीन राम मंदिर 1580 में किंग मंसिंह द्वारा बनाया गया था। आज भी इस मंदिर को हिंदू संस्कृति का प्रतीक माना जाता है।

 

    • पंचमुखी हनुमान मंदिर (कराची):

      कराची में स्थित यह मंदिर हनुमानजी के पंचमुखी रूप को समर्पित है। इस मंदिर की मूर्ति को लगभग 1500 साल पुराना कहा जाता है।

 

    • गोरखनाथ मंदिर (पेशावर):

      पेशावर में स्थित गोरखनाथ मंदिर को 1947 के बाद बंद कर दिया गया था। इसे 2011 में फिर से चलाया गया था।

 

    • गौरी मंदिर (थारपार्कर):

      थारपार्कर जिले में स्थित, यह मंदिर हिंदू और जैन धर्म की साझा विरासत का प्रतीक है।

 

    • वरुण देव मंदिर (कराची):

      समुद्री देव वरुण को समर्पित यह मंदिर 1000 साल से अधिक पुराना है। इसे 2007 में हिंदू परिषद द्वारा फिर से शुरू किया गया था।

 

    • स्वामीनारायण मंदिर (कराची):

      कराची में स्थित यह स्वामीनारायण मंदिर लगभग 165 साल पुराना है। इस मंदिर में एक धर्मशला भी है जहाँ भक्त रह सकते हैं।

 

    • साधु बेला मंदिर (सुखुर):

      साधु बेला मंदिर 1889 में हरमाडस जी द्वारा बनाया गया था। यह सिंध प्रांत के सुखुर में स्थित है और हर साल यहां एक भव्य भंडारा का आयोजन किया जाता है।

 

    • जगन्नाथ मंदिर (सियालकोट):

      भगवान विष्णु को सियालकोट में स्थित इस मंदिर में जगन्नाथ के रूप में पूजा जाता है। हर साल भक्त बड़ी संख्या में दर्शन के लिए यहां आते हैं।

 

    • श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर (कराची):

      कराची में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर लगभग 200 साल पुराना है। दोनों देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की मूर्तियाँ यहाँ स्थापित हैं। दिवाली जैसे त्योहारों पर यहां विशेष पूजा की जाती है।


Kavita Singh

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